Monday, July 17, 2017

खंडित मूर्ति ना रखें

अगर आप शास्त्रीय नियमों का पालन करते हैं, उनमें विश्वास करते हैं तो हम आपको एक महत्वपूर्ण शास्त्रीय नियम के बारे में बताने जा रहे हैं। यह नियम घर में बनवाए गए मंदिर से जुड़ा है।

अमूमन सभी हिन्दू परिवारों में मंदिर देखा जा सकता है। कुछ लोग घर में अलग से एक पूजा कक्ष बनवाते हैं जहां भगवान की विशाल एवं भव्य मूर्तियों को स्थापित किया जाता है। किंतु वहीं कुछ लोग घर के किसी एक कोने को भगवान की पूजा के लिए समर्पित करते हुए छोटा-सा मंदिर बनवाते हैं।

खैर छोटा हो या बड़ा, घर में बने मंदिर से हर किसी की आस्था एवं भावनाएं जुड़ी होती हैं। लेकिन इसी मंदिर के संबंध में यदि आप एक शास्त्रीय नियम का पालन कर लेंगे तो आपकी यह आस्था भी बनी रहेगी और भगवान आपसे प्रसन्न भी रहेंगे।

हमें घर की दिशाओं और अच्छी-बुरी ऊर्जा का पाठ पढ़ाने वाले वास्तु विज्ञान के अनुसार घर में कुछ प्रकार के वास्तु दोष होते हैं।

घर के बेडरूम में, रसोईघर में, मुख्यद्वार के वास्तु दोष, इत्यादि आपने सुने होंगे लेकिन सबसे अधिक प्रभावी होता है घर के मंदिर का वास्तु दोष।


यहां दोष का होना घर के सभी सदस्यों पर बुरा प्रभाव लाता है। वास्तु विज्ञान के अनुसार घर में भूल से भी ‘खंडित मूर्ति’ ना रखें। वास्तु शास्त्र की मानें तो ऐसी मूर्तियां घर में नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाती हैं। दूसरी ओर शास्त्रीय मान्यताओं के अनुसार खंडित मूर्तियों की पूजा करने से देवतागण नाराज होते हैं।

इसलिए कोशिश करें कि आप घर में खंडित मूर्ति ना रखें, यदि आपको मूर्ति कहीं से टूटी हुई दिख जाए तो उसे जल्द से जल्द सही करवाएं या बदलकर नई मूर्ति की पूण विध-विधान से स्थापना करें। 

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