मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए यह गोचर बेहद अशुभ होगा। अपने प्रिय मित्र, ऑफिस के किसी नजदीकी सहकर्मी या किसी भी खास व्यक्ति से धोखा मिल सकता है। रिश्तेदारों से भी धन के मामले में बचकर रहें। गोचर के दौरान धन तो आपके पास आएगा, किंतु नुकसान अधिक हो सकता है। स्वास्थ्य का पूरा-पूरा ख्याल रखें।
वृष राशि
वृष राशि के वे जातक जो जॉब करते हैं या साझेदारी का व्यापार करते हैं, उन्हें अपने साथी से बचकर रहना चाहिए। नौकरी में आपकी तरक्की को देखते हुए काफी लोग आपसे ईर्ष्या करने लगेंगे। परिवार के किसी सदस्यों को सास एवं फेफड़ों संबंधी दिक्कत पैदा हो सकती है।
मिथुन राशि
मंगल और कुंभ के साथ आने से यह योग आपको ‘लालची’ बनाएगा। आप गलत तरीके से पैसा कमाने की सोचेंगे। किंतु जितना संभव हो इस सोच से बचें, क्योंकि यह आपको भारी संकट में डाल सकती है। गोचर के दौरान भाग्य आपके विरुद्ध रहेगा।
कर्क राशि
मंगल के गोचर का सबसे अधिक नुकसान यदि किसी को होगा तो वे हैं कर्क राशि के जातक। मंगल-केतु की युति आपके अष्टम भाव में हो रही है, यह आपके लिए नुकसानदायक है। यदि आपकी कुंडली में पहले से ही मंगल या केतु की दशा चल रही है, तो तुरंत राहत के लिए किसी ज्योतिषी से संपर्क करें। अन्यथा आपको दुर्घटना, पैसे का नुकसान, आदि झेलना पड़ सकता है।
सिंह राशि
मंगल का यह गोचर सिंह राशि के जातकों के सप्तम भाव को नुकसान पहुंचाएगा। यह भाव वैवाहिक जीवन को दर्शाता है, तो जाहिर है कि गोचर के दौरान शादीशुदा जीवन पर बुरा प्रभाव होगा। साथ ही यह भाव साझेदारी का भी होता है, तो यदि आप साझेदारी के साथ व्यापार करते हैं तो जरा संभलकर चलें। गुप्त रोग, शादी से बाहर शारीरिक संबंध, आदि भी संभव है।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए मंगल ग्रह एक शत्रु ग्रह माना गया है। यह किसी भी स्थिति में इन्हें लाभ देने वाला नहीं होता। और अब केतु के साथ इस ग्रह की युति कन्या राशि के जातकों को बड़े संकट में डाल सकती है। स्वास्थ्य का सबसे अधिक ध्यान रखें, परिवार पर संकट आ सकता है। आर्थिक क्षति से भी बचें।
तुला राशि
मंगल का कुंभ में गोचर एवं साथ ही केतु के साथ योग बनाना, तुला राशि के जातकों के प्रम संबंधों पर वार करेगा। जिन जातकों की कुंडली में मंगल शुभ स्थिति पर है, उन्हें केवल रिश्ते में मनमुटाव झेलना पड़ेगा। लेकिन यदि मंगल की दशा चल रही है, तो यह गोचर रिश्ता तोड़ भी सकता है। इसलिए हर फैसला सोच समझकर ही लें।
वृश्चिक राशि
मंगल कुंभ में गोचर करके वृश्चिक राशि के जातकों के चतुर्थ भाव को प्रभावित करेगा। जिसके फलस्वरूप आपको आर्थिक एवं कोर्ट-कचहरी के मामलों में हानि होगी। साथ ही परिवार के सदस्यों को या स्वयं आपको भी श्वास संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं।
धनु राशि
कॅरियर में नुकसान हो सकता है, प्रमोशन मिलते-मिलते रुक भी सकता है, ऐसी संभावना बनी हुई है। कोई अपना ही आपको नुकसान पहुंचाएगा, इसलिए हर पल सतर्क रहें। हर पल प्रयास करते रहें, तभी आपको सफलता मिलेगी।
मकर राशि
अब बात करते हैं मकर राशि की है, मंगल का गोचर अभी तक सभी राशियों के लिए नुकसान वाला ही सिद्ध हो रहा है, किंतु यह एक ऐसी राशि है जो मंगल के गोचर से लाभ पाने वाली है।
कुंभ राशि
मंगल का गोचर कुंभ राशि के लग्न भाव में होगा, जो कि मनबुद्धि का भाव है। इसी भाव में मंगल-केतु की युति होना स्वास्थ्य एवं स्वभाव दोनों में बड-आ बदलाव लाएगा। किस्मत आपका साथ नहीं देगी। इसलिए यह सलाह है कि 30 जनवरी तक किसी भी बड़े निवेश की ओर रुख ना करें तो बेहतर होगा।
मीन राशि
यदि आपकी राशि मीन है तो यह गोचर आपकी ‘नींद’ में खलल डालेगा। आपको अनिद्रा जैसी परेशानी हो सकती है। लेकिन अगर नींद आ भी गई तो डरावने सपने आएंगे। सपने में भूत-प्रेत, भयावह जानवर, किसी का कत्ल होते हुए देखना, इत्यादि दृश्य दिखेंगे। लेकिन घबराएं बिलकुल नहीं, ये सपने आपके असल जीवन पर अधिक प्रभाव नहीं डालेंगे।
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