इस बार हनुमान जयंती 11 अप्रैल 2017 को है। मगर, इस बार की हनुमान जयंती बेहद खास है, क्योंकि इस बार भी वही सुखद संयोग बन रहे हैं, जो शास्त्रों में हनुमानजी के जन्म के समय बताए गए हैं। इससे पहले ऐसे संयोग 120 बाद पहले भी बने थे।
कष्टों और दुखों को दूर करने के लिए अष्ट सिद्दि, नौ निधी के दाता हनुमान जी को प्रसन्न करना आसान है। श्रीराम के अनन्य भक्त को श्रीराम की पूजा से भी प्रसन्न किया जा सकता है।
इस दिन हनुमान जयंती मंगलवार को पूर्णिमा तिथि में पड़ रही है, जब चित्रा नक्षत्र होगा। इस दिन गजकेसरी योग और अमृत योग भी बन रहा है। जिन लोगों को जिस तरह की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, वो हनुमानजी की उसी तरह की पूजा कर विशेष लाभ ले सकते हैं।
आर्थिक संकट का सामना कर रहे लोग पीपल के 11 पत्ते पर श्रीराम का नाम लिखें।
दरिद्रता दूर करने के लिए हर मंगलवार चना-चिरौंजी चढ़ाएं।
सौभाग्य, पुत्र कामना के लिए सिंदूर एवं चमेली का तेल चढ़ाएं।
कष्ट दूर करने गुड़ और मूंग चढ़ाएं।
सुखों की वृद्धि के लिए हनुमान जयंती को ॐ हनुमते नमः की माला जपें।
पराक्रम वृद्धि के लिए हनुमानजी की गदा में सिंदूर व गाय का घी लगाकर लगाएं।
अपने परिवार की उन्नति के लिए चमेली के पुष्प चढ़ाएं।
हनुमानजी की विशेष कृपा पाने का सबसे सरल उपाय मंगलवार को उन पर गुलाब की माला चढ़ाना है।
सभी सुख, शांति, धन आदि पाने के लिए- 'अष्ट-सिद्धि नवनिधि के दाता। अस बर दीन जानकी माता।।' दोहा जपें।
बल, बुद्धि और विज्ञा के लिए- 'बुद्धिहीन तनु जानिके सुमिरो पवन कुमार। बल, बुद्धि, विद्या देहु मोहि हरेहू कलेश विकार।' दोहा का जाप करें।
बीमारियों से उबरने के लिए- 'नासै रोग हरै सब पीरा, जपत निरंतर हनुमत बीरा।' का पाठ करें।
हनुमान उपासना मंत्र
अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहं दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम् .सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं
रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि..दक्षिणे लक्ष्मणो यस्य वामे च जनकात्मजा.
पुरतो मारुतिर्यस्य तं वन्दे रघुनन्दनम् ..
हनुमान जयंती के टोटके विशेष फल प्रदान करते है। हनुमान जयंती का दिन हनुमानजी और मंगल देवता की विशेष पूजा का दिन होता है। यह टोटके हनुमान जयंती से आरंभ कर प्रति मंगलवार को करने से मनोकामनाओं की पूर्ती होती है। व्यक्ति जब तरक्की करता है, तो उसकी तरक्की से जल कर उसके अपने ही उसके शत्रु बन जाते हैं और उसे सहयोग देने के स्थान पर वही उसके मार्ग को अवरूद्ध करने लग जाते हैं। ऎसे शत्रुओं से निपटना अत्यधिक कठिन होता है।
हनुमान जयंती के दिन 11 पीपल के पत्ते लें। उनको गंगाजल से अच्छी तरह धोकर लाल चंदन से हर पत्ते पर 7 बार राम लिखें। इसके बाद हनुमान जी के मन्दिर में चढा आएं तथा वहां प्रसाद बाटें और इस मंत्र का जाप जितना कर सकते हो करें। "जय जय जय हनुमान गोसाईं, कृपा करो गुरू देव की नांई" हनुमान जयंती के बाद 7 मंगलवार इस मंत्र का लगातार जप करें। प्रयोग गोपनीय रखें। आश्चर्यजनक धन लाभ होगा।
बजरंगबली चमत्कारिक सफलता देने वाले देवता माने गए हैं। कच्ची धानी के तेल के दीपक में लौंग डालकर हनुमान जी की आरती करें। संकट दूर होगा और धन भी प्राप्त होगा।
अगर धन लाभ की स्थितियां बन रही हो, किन्तु फिर भी लाभ नहीं मिल रहा हो, तो हनुमान जयंती पर गोपी चंदन की नौ डलियां लेकर केले के वृक्ष पर टांग देनी चाहिए। स्मरण रहे यह चंदन पीले धागे से ही बांधना है।
एक नारियल पर कामिया सिन्दूर, मौली, अक्षत अर्पित कर पूजन करें। फिर हनुमान जी के मन्दिर में चढा आएं। धन लाभ होगा।
पीपल के वृक्ष की जड में तेल का दीपक जला दें। फिर वापस घर आ जाएं एवं पीछे मुडकर न देखें। धन लाभ होगा।
कष्टों और दुखों को दूर करने के लिए अष्ट सिद्दि, नौ निधी के दाता हनुमान जी को प्रसन्न करना आसान है। श्रीराम के अनन्य भक्त को श्रीराम की पूजा से भी प्रसन्न किया जा सकता है।
इस दिन हनुमान जयंती मंगलवार को पूर्णिमा तिथि में पड़ रही है, जब चित्रा नक्षत्र होगा। इस दिन गजकेसरी योग और अमृत योग भी बन रहा है। जिन लोगों को जिस तरह की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, वो हनुमानजी की उसी तरह की पूजा कर विशेष लाभ ले सकते हैं।
आर्थिक संकट का सामना कर रहे लोग पीपल के 11 पत्ते पर श्रीराम का नाम लिखें।
दरिद्रता दूर करने के लिए हर मंगलवार चना-चिरौंजी चढ़ाएं।
सौभाग्य, पुत्र कामना के लिए सिंदूर एवं चमेली का तेल चढ़ाएं।
कष्ट दूर करने गुड़ और मूंग चढ़ाएं।
सुखों की वृद्धि के लिए हनुमान जयंती को ॐ हनुमते नमः की माला जपें।
पराक्रम वृद्धि के लिए हनुमानजी की गदा में सिंदूर व गाय का घी लगाकर लगाएं।
अपने परिवार की उन्नति के लिए चमेली के पुष्प चढ़ाएं।
हनुमानजी की विशेष कृपा पाने का सबसे सरल उपाय मंगलवार को उन पर गुलाब की माला चढ़ाना है।
सभी सुख, शांति, धन आदि पाने के लिए- 'अष्ट-सिद्धि नवनिधि के दाता। अस बर दीन जानकी माता।।' दोहा जपें।
बल, बुद्धि और विज्ञा के लिए- 'बुद्धिहीन तनु जानिके सुमिरो पवन कुमार। बल, बुद्धि, विद्या देहु मोहि हरेहू कलेश विकार।' दोहा का जाप करें।
बीमारियों से उबरने के लिए- 'नासै रोग हरै सब पीरा, जपत निरंतर हनुमत बीरा।' का पाठ करें।
हनुमान उपासना मंत्र
अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहं दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम् .सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं
रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि..दक्षिणे लक्ष्मणो यस्य वामे च जनकात्मजा.
पुरतो मारुतिर्यस्य तं वन्दे रघुनन्दनम् ..
हनुमान जयंती के टोटके विशेष फल प्रदान करते है। हनुमान जयंती का दिन हनुमानजी और मंगल देवता की विशेष पूजा का दिन होता है। यह टोटके हनुमान जयंती से आरंभ कर प्रति मंगलवार को करने से मनोकामनाओं की पूर्ती होती है। व्यक्ति जब तरक्की करता है, तो उसकी तरक्की से जल कर उसके अपने ही उसके शत्रु बन जाते हैं और उसे सहयोग देने के स्थान पर वही उसके मार्ग को अवरूद्ध करने लग जाते हैं। ऎसे शत्रुओं से निपटना अत्यधिक कठिन होता है।
हनुमान जयंती के दिन 11 पीपल के पत्ते लें। उनको गंगाजल से अच्छी तरह धोकर लाल चंदन से हर पत्ते पर 7 बार राम लिखें। इसके बाद हनुमान जी के मन्दिर में चढा आएं तथा वहां प्रसाद बाटें और इस मंत्र का जाप जितना कर सकते हो करें। "जय जय जय हनुमान गोसाईं, कृपा करो गुरू देव की नांई" हनुमान जयंती के बाद 7 मंगलवार इस मंत्र का लगातार जप करें। प्रयोग गोपनीय रखें। आश्चर्यजनक धन लाभ होगा।
बजरंगबली चमत्कारिक सफलता देने वाले देवता माने गए हैं। कच्ची धानी के तेल के दीपक में लौंग डालकर हनुमान जी की आरती करें। संकट दूर होगा और धन भी प्राप्त होगा।
अगर धन लाभ की स्थितियां बन रही हो, किन्तु फिर भी लाभ नहीं मिल रहा हो, तो हनुमान जयंती पर गोपी चंदन की नौ डलियां लेकर केले के वृक्ष पर टांग देनी चाहिए। स्मरण रहे यह चंदन पीले धागे से ही बांधना है।
एक नारियल पर कामिया सिन्दूर, मौली, अक्षत अर्पित कर पूजन करें। फिर हनुमान जी के मन्दिर में चढा आएं। धन लाभ होगा।
पीपल के वृक्ष की जड में तेल का दीपक जला दें। फिर वापस घर आ जाएं एवं पीछे मुडकर न देखें। धन लाभ होगा।
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