शनि देव मनुष्य के किए गए कर्मों के आधार पर उसे दंड देते हैं, यही वजह है
कि जब भी किसी जातक पर शनि की साढ़े साती आती है तब उसे शनि देव के कोप का
भागी बनना पड़ता है। लेकिन ऐसा भी नहीं है कि शनि देव सिर्फ दंड ही देते हैं, अगर किसी पर शनि
की कृपा हो जाए तो वह व्यक्ति दुनिया की सारी खुशियां पा लेता है। विशेषकर
तुला और वृष लग्न की कुंडलियों में अगर शनि लग्न में शुभ स्थिति में
विराजमान हैं तो ऐसे व्यक्ति के लिए शनि की साढ़े साती राजयोग लेकर आती है।
लेकिन ऐसा सौभाग्यशाली हजारों में से कोई एक ही होता है। शनि देव को प्रसन्न कर, उनके कोप को शांत करने के लिए बहुत से शास्त्रीय
उपाय मौजूद हैं, हनुमत अराधना उनमें से एक है। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार
ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या पर शनि जयंती मनाई जाती है। इस दिन
शनि देव की अराधना करने और उन पर तेल चढ़ाने से मनुष्य के पाप कृत्यों में
कमी आती है।
इस बार शनि अमावस्या 25 मई को है, इस दिन सूर्य, चंद्र और मंगल एक साथ वृशभ
राशि में बैठेंगे। धनु राशि में शनि वैसे ही वक्री है। शनि के इस योग का
आपकी राशि पर क्या असर है और आपको शनि जयंती पर क्या उपाय करने चाहिए, चलिए
जानते हैं।
मेष राशि
इस
राशि पर पहले से ही शनि की ढैय्या का प्रभाव है। 21 जून के बाद आपको शनि
देव लाभ पहुंचाएंगे। किसी पर भरोसा ना करें और कोई भी जोखिम भरा निर्णय ना
लें। आने वाला समय आपके लिए अच्छ रहेगा। शनि जयंती पर किसी गरीब व्यक्ति को
तेल और नमक का दान करें।
वृषभ राशि
इस
राशि के जातक 21 जून तक शनि की ढैय्या के चपेट में रहने वाले हैं। तब तक
परेशानियां न्यूनतम रहने वाली हैं और काम आसानी से पूरे होते चले जाएंगे।
जितने भी जरूरी कार्य हैं, उन्हें इस दौरान पूरा करने की कोशिश करें। शनि
जयंती पर किसी गरीब को गुड़ और चने का दान दें।
मिथुन राशि
आपकी
राशि पर शनि की दृष्टि है, लेकिन वक्री होने से आपको ज्यादा परेशानी नहीं
उठानी पड़ेगी। शनि जयंती पर निर्धनों को पुराने कपड़े और अन्न का दान करें।
कर्क राशि
आपकी
राशि के लिए शनि शुभ हैं, व्यवसाय में तरक्की होगी। नई योजनाएं सफल होने
की संभावनाएं हैं। अगर विवादों में फंसे हैं, तो उनमें विजय मिलेगी। शनि
जयंती पर गाय को हरी घास और कुत्ते को रोटी खिलाएं।
सिंह राशि
सिंह
राशि पर राहु का गोचर पहले से ही चल रहा है, इस बीच शनि का प्रभाव होने से
तनाव और बढ़ेगा। आपके कार्यों में देरी होगी और व्यापार में भी परेशानियां
आंएगी। आय के साधन बाधित होंगे। आपको शनि जयंती के दिन पक्षियों को दाना
डालना चाहिए और बुजुर्गों की सहायता करनी चाहिए।
कन्या राशि
जोखिम उठाने की सोचें भी नहीं। शनि जयंती पर निर्धनों के बीच
चावल का दान करें।
तुला राशि
शनि
की साढ़ेसाती का प्रभाव अक्टूबर के बाद समाप्त होगा। 21 जून के बाद शनि
वापस अपना प्रभाव दिखाएंगे। तब तक शांति बनाए रखें और जोखिम भरे निर्णय ना
लें। शनि जयंती पर खाने की चीजों दान करें।
वृश्चिक राशि
21
जून के बाद शनि देव फिर से आपकी राशि पर प्रभाव दिखाने लगेंगे। हर काम
सावधानी के साथ करें, ऐसा कोई निर्णय ना लें जो परेशानियां बढ़ा दे। निर्धन
लोगों में अन्न का वितरण करें और पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था करें।
धनु राशि
21
जून के बाद शनि आपकी राशि से निकल जाएंगे लेकिन साढ़े साती का प्रभाव बना
रहेगा। परिवार और दोस्तों का साथ और सहयोग निरंतर मिलता रहेगा। 26 अक्टूबर
के बाद शनि फिर से इसी राशि में आ जाएंगे। शनि जयंती पर असहय बुजुर्गों की
सेवा करें और अन्न का दान करें।
मकर राशि
अभी
तो आपकी राशि की साढ़े साती चल रही है लेकिन 21 जून से लेकर 26 अक्टूबर तक
आप साढ़े साती से मुक्त रहेंगे। शनि देव आपकी राशि के स्वामी हैं, इसलिए
ज्यादा समस्याएं नहीं आएंगी। मुश्किलों का हल समय पर निकलेगा। शनि जयंती पर
पशु-पक्षियों के लिए जल की व्यवस्था कीजिए।
कुंभ राशि
इस
राशि के जातकों के लिए समय हर तरीके से शुभ है। नौकरी में तरक्की होगी और
व्यवसाय में मुनाफा होगा। यात्राओं के परिणाम सुखद रहेंगे। गरीबों के बीच
मिठाइयों का दान करें।
मीन राशि
ये
राशि इस समय प्रबल रूप से मौजूद है। आप जो भी कार्य करेंगे उनमें सफलता
प्राप्त होगी। समय उत्तम है, विवाह के लिए अच्छे प्रस्ताव प्राप्त होंगे।
आय के अवसर मिलेंगे, जो मुनाफा लाएंगे। शनि जयंती पर निर्धन लोगों को फल और
रस का दान करें।
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