आपके घर की सबसे सामान्य चीज, यानि बर्तन किस तरह ग्रहों को प्रभावित कर घर के वास्तु को खराब कर सकते हैं। ऐसे बर्तन जिन्हें कभी प्रयोग में नहीं लाया गया, उन पर बुध ग्रह का आधिपत्य होता है। जब हम इन बर्तनों को ढककर रखते हैं तो ये बुध ग्रह की ऊर्जा को क्षति पहुंचाता है।ऐसा होने पर घर में आने वाली आय और संचित धन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
वे बर्तन जिनका संबंध भोजन परोसने से है, जैसे सर्विंग बोल्स, सर्विंग स्पूंस आदि, उन पर शुक्र ग्रह का आधिपत्य होता है। इन बर्तनों को ढककर रखने या पैक रखने से शुक्र ग्रह की स्थिति कमजोर होती है। ये पार्टनरशिप या बिजनेस में खलल पैदा करता है।
हम जानते हैं कि हर बर्तन को खोलकर उसका प्रयोग कर लेना किसी भी रूप में संभव नहीं है, लेकिन आप एक काम जरूर सकते हैं। जितने भी पैक्ड बर्तन हैं उन्हें खोलकर एक बार धोकर, उनके ढक्कन हटाकर रख दें, ऐसा करने से शुक्र और बुध ग्रह की ऊर्जा व्यर्थ नहीं होगी।
भारतीय संस्कृति, जो कि हमारे शास्त्र और पौराणिक इतिहास पर ही आधारित होकर चलती है, में पूजा के दौरान कुछ विशेष धातुओं के प्रयोग को जरूरी करार दिया गया है।
ये कुछ ऐसी धातु हैं जिनका अधिकांशतः प्रयोग रसोईघर में बर्तनों के रूप में किया जाता था। कहने का अर्थ ये है कि इन्हीं बर्तनों में भोजन या पानी ग्रहण कर व्यक्ति उत्तम जीवन और उत्तम स्वास्थ्य को प्राप्त करते थे। लेकिन मॉडर्न होते आज के युग में इन धातुओं के प्रयोग के स्थान पर लोग कांच, प्लास्टिक, मेलामाइन, एल्यूमीनियम, आदि से बने बर्तनों को उपयोग में लाने लगे हैं।
निश्चित तौर पर इन वस्तुओं का व्यक्ति के भाग्य और उसके स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव पड़ता है। लेकिन सामान्य मनुष्य इस बात को समझ नहीं पाता और ताउम्र ये परेशानी उसे घेरे रहती है कि उसका भाग्य उसका साथ क्यों नहीं दे रहा। रसोईघर में आप जिस एल्यूमीनियम के बर्तन को सजाकर रखते हैं, वही आपके ऊपर सबसे ज्यादा नकारात्मक प्रभाव डालते हैं। इसका कारण ये है कि एल्यूमीनियम धातु पर राहु का ही प्रभाव होता है। एल्यूमीनियम के बर्तनों का प्रयोग करने से कौन-कौन से ग्रह प्रभावित होते हैं और वे किस तरह हमारे ऊपर नकारात्मक असर डालते हैं?
एल्यूमीनियम के बर्तनों में कभी दूध नहीं रखना चाहिए। क्योंकि चंद्रमा का ठंडा अमृत तुल्य प्रभाव एल्यूमीनियम के बर्तन की वजह से नष्ट हो जाता है। एल्यूमीनियम के बर्तनों में सब्जी रखने या पकाने से बुध ग्रह प्रभावित होता है जो व्यक्ति से उसकी बुद्धि और सोचने-समझने की क्षमता छीन लेता है।
वे बर्तन जिनका संबंध भोजन परोसने से है, जैसे सर्विंग बोल्स, सर्विंग स्पूंस आदि, उन पर शुक्र ग्रह का आधिपत्य होता है। इन बर्तनों को ढककर रखने या पैक रखने से शुक्र ग्रह की स्थिति कमजोर होती है। ये पार्टनरशिप या बिजनेस में खलल पैदा करता है।
हम जानते हैं कि हर बर्तन को खोलकर उसका प्रयोग कर लेना किसी भी रूप में संभव नहीं है, लेकिन आप एक काम जरूर सकते हैं। जितने भी पैक्ड बर्तन हैं उन्हें खोलकर एक बार धोकर, उनके ढक्कन हटाकर रख दें, ऐसा करने से शुक्र और बुध ग्रह की ऊर्जा व्यर्थ नहीं होगी।
भारतीय संस्कृति, जो कि हमारे शास्त्र और पौराणिक इतिहास पर ही आधारित होकर चलती है, में पूजा के दौरान कुछ विशेष धातुओं के प्रयोग को जरूरी करार दिया गया है।
ये कुछ ऐसी धातु हैं जिनका अधिकांशतः प्रयोग रसोईघर में बर्तनों के रूप में किया जाता था। कहने का अर्थ ये है कि इन्हीं बर्तनों में भोजन या पानी ग्रहण कर व्यक्ति उत्तम जीवन और उत्तम स्वास्थ्य को प्राप्त करते थे। लेकिन मॉडर्न होते आज के युग में इन धातुओं के प्रयोग के स्थान पर लोग कांच, प्लास्टिक, मेलामाइन, एल्यूमीनियम, आदि से बने बर्तनों को उपयोग में लाने लगे हैं।
निश्चित तौर पर इन वस्तुओं का व्यक्ति के भाग्य और उसके स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव पड़ता है। लेकिन सामान्य मनुष्य इस बात को समझ नहीं पाता और ताउम्र ये परेशानी उसे घेरे रहती है कि उसका भाग्य उसका साथ क्यों नहीं दे रहा। रसोईघर में आप जिस एल्यूमीनियम के बर्तन को सजाकर रखते हैं, वही आपके ऊपर सबसे ज्यादा नकारात्मक प्रभाव डालते हैं। इसका कारण ये है कि एल्यूमीनियम धातु पर राहु का ही प्रभाव होता है। एल्यूमीनियम के बर्तनों का प्रयोग करने से कौन-कौन से ग्रह प्रभावित होते हैं और वे किस तरह हमारे ऊपर नकारात्मक असर डालते हैं?
एल्यूमीनियम के बर्तनों में कभी दूध नहीं रखना चाहिए। क्योंकि चंद्रमा का ठंडा अमृत तुल्य प्रभाव एल्यूमीनियम के बर्तन की वजह से नष्ट हो जाता है। एल्यूमीनियम के बर्तनों में सब्जी रखने या पकाने से बुध ग्रह प्रभावित होता है जो व्यक्ति से उसकी बुद्धि और सोचने-समझने की क्षमता छीन लेता है।