ज्योतिष शास्त्र की बारह राशियां, जो कि व्यक्ति के स्वभाव और उनके गुण-अवगुणों की व्याख्या करती हैं, इन राशियों पर किए गए विभिन्न अध्ययनों के अनुसार कुछ राशियां ऐसी होती हैं जिनकी जोड़ी परफेक्ट कहलाती है। लेकिन वहीं दूसरी ओर कुछ राशियों को ज्योतिष शास्त्र कभी भी एक होने की सलाह नहीं देता। लोगों में इस बात की काफी उत्सुकता पाई गई है कि उनकी जोड़ी किसके साथ जमेगी। ज्योतिष शास्त्र की मदद से वे राशि अनुसार इस बात को कम्पेयर करते रहते हैं कि उनकी राशि की किसके साथ बनेगी। किसकी जोड़ी किसके साथ बनेगी इस बारे में तो हर कोई जानना चाहते हैं लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि यदि एक जैसी राशि की जोड़ी बन जाए, तो क्या वह जोड़ी सफल होगी? जैसे कि मेष राशि की जोड़ी मेष के साथ ही बना दी जाए, या फिर किसी भी राशि की बात की जाए तो उसकी जोड़ी उसी राशि के व्यक्ति के साथ बना दी जाए, तो क्या ऐसी जोड़ियां कामयाब होती हैं? क्या एक ही राशि की जोड़ी परफेक्ट कहलाती है? चलिए आज एक-एक करके सभी बारह राशियों की जोड़ी उसी राशि के साथ बनाकर देखते हैं कि उनके स्वभाव की कौन-कौन सी खासियत उन्हें एक-दूजे से मिलाती है या फिर जोड़ी को बिगाड़ती है।
शुरुआत करते हैं क्रम की पहली राशि मेष से... अगर मेष राशि के वर की इसी राशि की वधु के साथ जोड़ी बना दी जाए तो क्या होगा? ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ऐसी जोड़ी एक जलती हुई ज्वालामुखी है जो कभी भी फट सकती है। मेष राशि के लोगों में बेहद क्रोध पाया जाता है, वे जिंदगी को अपने तरीके से जीना पसंद करते हैं। इनमें घमंड भी काफी होता है, इसलिए जब ऐसे तत्व दोनों में पाए जाएं और दोनों में से कोई भी अपनी बात से पीछे हटने को राजी ना हो तो वहां एक बड़ी तकरार रूप लेती है। ऐसी जोड़ियां लंबे समय तक साथ नहीं निभातीं।
वृष राशि के लोग जमीन से जुड़े हुए नर्म दिल के इंसान होते हैं। इन्हें अपने कार्य के प्रति जिम्मेदार रहना और हर कर्तव्य को एक जुनून के साथ निभाना पसंद है। जब दोनों ही लोग इस स्वभाव के हों और साथ मिलकर काम करें तो यह जोड़ी एक परफेक्ट जोड़ी के मार्ग पर चलने लगती है।
मिथुन राशि के जातकों को दोहरे व्यक्तित्व वाला कहा जाता है। दरअसल स्वभाव का कोई ऐसा गुण या अवगुण नहीं है, जो इनमें ना हो। कभी ये बेहद क्रोधी हैं तो कभी बेहद चुपचाप जैसे कभी गुस्सा आता ही ना हो। इसलिए इस राशि के दो लोग जब साथ मिल जाएं, तो ऐसी जोड़ी की सफलता का अनुमान लगा पाना कठिन है। अगर एक समय में दोनों की सोच एक जैसी चल रही हो तो वे इस रिश्ते को काफी एंज्वॉय करते हैं लेकिन जहां किसी एक की सोच ने दूसरा रुख लिया नहीं कि खटपट शुरू हो जाती है। इसलिए यह जोड़ी सफल होगी या नहीं, यह एक कठिन सवाल है।
कर्क राशि वालों को काफी इमोशनल माना जाता है, ये जिससे भी प्यार करते हैं उन्हें लेकर बेहद संवेदनशील हो जाते हैं। साथी का ध्यान रखना और उसे भरपूर समय देना अच्छी बात है लेकिन हर बात की अधिकता कई बार परेशानी का कारण बन जाती है। इसलिए जरा संभलकर चलें!
गलती से भी सिंह राशि के दो लोगों को एक नहीं होना चाहिए। दोनों का भरपूर क्रोध, अहंकार और केवल खुद से प्यार करने का रवैया रिश्ते को बिगाड़ देता है। इस राशि की जोड़ी को आप एक ऐसे टाइम बॉम्ब का नाम दे सकते हैं जो कभी भी विस्फोट कर सकता है।
कन्या राशि का कन्या राशि के ही जातक के साथ प्यार और विवाह, दोनों सफल कहलाते हैं। यह जोड़ी परफेक्ट है, प्यार से लेकर आपसी समझ में भी अव्वल होते हैं कन्या राशि के जातक।
कन्या राशि की तरह ही तुला राशि के जातकों की जोड़ी सफल कहला सकती है और समाज के सामने के मिसाल खड़ी कर सकती है, लेकिन एक शर्त पर। अगर ये दो लोग एक-दूसरे के अवगुणों को अपनाकर, उन्हें स्वीकार कर लें तो इस जोड़ी को भविष्य में कभी कोई परेशानी नहीं आएगी। तुला राशि के जातक समझदार होते हैं, हर बात को तोल-मोलकर समय लेकर करते हैं। ये लोग जल्दबाजी में गलत फैसला लेने में विश्वास नहीं रखते। इसलिए रिश्तों को लेकर ऐसे लोग कोई भूल नहीं करते।
वृश्चिक और वृश्चिक राशि से बनी जोड़ी के बीच एक-दूसरे के प्रति भरपूर आकर्षण और गहरा एक खिंचाव होता है। यह जोड़ी अमूमन सफल ही कहलाती है लेकिन तब तक जब दोनों में से कोई एक साथी धोखेबाजी ना करे।धोखेबाजों की कतार में काफी आगे होते हैं वृश्चिक राशि के जातक। खुद के लिए ये किसी को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। लोगों से जलन रखना इनकी आदत है और ऐसा अहसास ये अपने रिश्ते में भी ला सकते हैं। अगर अवगुणों को दूर कर दिया जाए तो यह जोड़ी सफल बन सकती है।
धनु राशि के दो लोगों की जोड़ी खुशमिजाज होती है, लेकिन जब बात वायदे पूरे करने की आती है तो यहां ये लोग कुछ चूक जाते हैं। केवल इस एक कारण से यह रिश्ता कमजोर पड़ जाता है। रिश्ते की कमियों को खत्म करते हुए आगे बढ़ना और दोनों के बीच अच्छा रिश्ता कायम करना कोई धनु राशि के जातक से सीखे।
मकर राशि के जातकों में त्याग की भावना काफी अधिक होती है और केवल यह गुण इनके रिश्ते को मजबूत बनाता है। ये केवल अपने पार्टनर की खुशियों का ख्याल रखने वाले होते हैं, और जब दोनों राशियां ही मकर हैं तो जाहिर है कि रिश्ता खुशहाल ही बनेगा। किंतु जब स्व इच्छा पूर्ण करने की बातें आएं तो यहां आकर थोड़ी खटपट हो सकती है।
कुम्भ राशि के जातक काफी मूडी होते हैं, कब ये किस मूड में हैं इसका पता नहीं चलता और यही कारण है कि इनके रिश्ते बिगड़ जाते हैं। जब तक इस राशि के दो लोगों का मूड अच्छा रहेगा तो रिश्ता कायम रहेगा, अन्यथा दिक्कतें आ सकती हैं।
मीन राशि के जातक खुद से प्यार करते हैं और अपने आसपास के लोगों को भी खुश रखना जानते हैं। बस इनकी यही खासियत इनके रिश्ते को मजबूत बनाती है, फिर इनका साथी चाहे किसी भी राशि का हो फर्क नहीं पड़ता। सपनों की दुनिया में रहते हैं मीन राशि के जातक। अपनी कल्पनात्मक शक्ति से ये लोग जीवन को कई उद्देश्यों में बुनते चले जाते हैं। अगर इस राशि के दो लोग साथ हो जाएं तो जिंदगी वाकई सुहानी बन सकती है।
ज्योतिष शास्त्र की बारह राशियां, जो कि व्यक्ति के स्वभाव और उनके गुण-अवगुणों की व्याख्या करती हैं, इन राशियों पर किए गए विभिन्न अध्ययनों के अनुसार कुछ राशियां ऐसी होती हैं जिनकी जोड़ी परफेक्ट कहलाती है। लेकिन वहीं दूसरी ओर कुछ राशियों को ज्योतिष शास्त्र कभी भी एक होने की सलाह नहीं देता।
शुरुआत करते हैं क्रम की पहली राशि मेष से... अगर मेष राशि के वर की इसी राशि की वधु के साथ जोड़ी बना दी जाए तो क्या होगा? ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ऐसी जोड़ी एक जलती हुई ज्वालामुखी है जो कभी भी फट सकती है। मेष राशि के लोगों में बेहद क्रोध पाया जाता है, वे जिंदगी को अपने तरीके से जीना पसंद करते हैं। इनमें घमंड भी काफी होता है, इसलिए जब ऐसे तत्व दोनों में पाए जाएं और दोनों में से कोई भी अपनी बात से पीछे हटने को राजी ना हो तो वहां एक बड़ी तकरार रूप लेती है। ऐसी जोड़ियां लंबे समय तक साथ नहीं निभातीं।
वृष राशि के लोग जमीन से जुड़े हुए नर्म दिल के इंसान होते हैं। इन्हें अपने कार्य के प्रति जिम्मेदार रहना और हर कर्तव्य को एक जुनून के साथ निभाना पसंद है। जब दोनों ही लोग इस स्वभाव के हों और साथ मिलकर काम करें तो यह जोड़ी एक परफेक्ट जोड़ी के मार्ग पर चलने लगती है।
मिथुन राशि के जातकों को दोहरे व्यक्तित्व वाला कहा जाता है। दरअसल स्वभाव का कोई ऐसा गुण या अवगुण नहीं है, जो इनमें ना हो। कभी ये बेहद क्रोधी हैं तो कभी बेहद चुपचाप जैसे कभी गुस्सा आता ही ना हो। इसलिए इस राशि के दो लोग जब साथ मिल जाएं, तो ऐसी जोड़ी की सफलता का अनुमान लगा पाना कठिन है। अगर एक समय में दोनों की सोच एक जैसी चल रही हो तो वे इस रिश्ते को काफी एंज्वॉय करते हैं लेकिन जहां किसी एक की सोच ने दूसरा रुख लिया नहीं कि खटपट शुरू हो जाती है। इसलिए यह जोड़ी सफल होगी या नहीं, यह एक कठिन सवाल है।
कर्क राशि वालों को काफी इमोशनल माना जाता है, ये जिससे भी प्यार करते हैं उन्हें लेकर बेहद संवेदनशील हो जाते हैं। साथी का ध्यान रखना और उसे भरपूर समय देना अच्छी बात है लेकिन हर बात की अधिकता कई बार परेशानी का कारण बन जाती है। इसलिए जरा संभलकर चलें!
गलती से भी सिंह राशि के दो लोगों को एक नहीं होना चाहिए। दोनों का भरपूर क्रोध, अहंकार और केवल खुद से प्यार करने का रवैया रिश्ते को बिगाड़ देता है। इस राशि की जोड़ी को आप एक ऐसे टाइम बॉम्ब का नाम दे सकते हैं जो कभी भी विस्फोट कर सकता है।
कन्या राशि का कन्या राशि के ही जातक के साथ प्यार और विवाह, दोनों सफल कहलाते हैं। यह जोड़ी परफेक्ट है, प्यार से लेकर आपसी समझ में भी अव्वल होते हैं कन्या राशि के जातक।
कन्या राशि की तरह ही तुला राशि के जातकों की जोड़ी सफल कहला सकती है और समाज के सामने के मिसाल खड़ी कर सकती है, लेकिन एक शर्त पर। अगर ये दो लोग एक-दूसरे के अवगुणों को अपनाकर, उन्हें स्वीकार कर लें तो इस जोड़ी को भविष्य में कभी कोई परेशानी नहीं आएगी। तुला राशि के जातक समझदार होते हैं, हर बात को तोल-मोलकर समय लेकर करते हैं। ये लोग जल्दबाजी में गलत फैसला लेने में विश्वास नहीं रखते। इसलिए रिश्तों को लेकर ऐसे लोग कोई भूल नहीं करते।
वृश्चिक और वृश्चिक राशि से बनी जोड़ी के बीच एक-दूसरे के प्रति भरपूर आकर्षण और गहरा एक खिंचाव होता है। यह जोड़ी अमूमन सफल ही कहलाती है लेकिन तब तक जब दोनों में से कोई एक साथी धोखेबाजी ना करे।धोखेबाजों की कतार में काफी आगे होते हैं वृश्चिक राशि के जातक। खुद के लिए ये किसी को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। लोगों से जलन रखना इनकी आदत है और ऐसा अहसास ये अपने रिश्ते में भी ला सकते हैं। अगर अवगुणों को दूर कर दिया जाए तो यह जोड़ी सफल बन सकती है।
धनु राशि के दो लोगों की जोड़ी खुशमिजाज होती है, लेकिन जब बात वायदे पूरे करने की आती है तो यहां ये लोग कुछ चूक जाते हैं। केवल इस एक कारण से यह रिश्ता कमजोर पड़ जाता है। रिश्ते की कमियों को खत्म करते हुए आगे बढ़ना और दोनों के बीच अच्छा रिश्ता कायम करना कोई धनु राशि के जातक से सीखे।
मकर राशि के जातकों में त्याग की भावना काफी अधिक होती है और केवल यह गुण इनके रिश्ते को मजबूत बनाता है। ये केवल अपने पार्टनर की खुशियों का ख्याल रखने वाले होते हैं, और जब दोनों राशियां ही मकर हैं तो जाहिर है कि रिश्ता खुशहाल ही बनेगा। किंतु जब स्व इच्छा पूर्ण करने की बातें आएं तो यहां आकर थोड़ी खटपट हो सकती है।
कुम्भ राशि के जातक काफी मूडी होते हैं, कब ये किस मूड में हैं इसका पता नहीं चलता और यही कारण है कि इनके रिश्ते बिगड़ जाते हैं। जब तक इस राशि के दो लोगों का मूड अच्छा रहेगा तो रिश्ता कायम रहेगा, अन्यथा दिक्कतें आ सकती हैं।
मीन राशि के जातक खुद से प्यार करते हैं और अपने आसपास के लोगों को भी खुश रखना जानते हैं। बस इनकी यही खासियत इनके रिश्ते को मजबूत बनाती है, फिर इनका साथी चाहे किसी भी राशि का हो फर्क नहीं पड़ता। सपनों की दुनिया में रहते हैं मीन राशि के जातक। अपनी कल्पनात्मक शक्ति से ये लोग जीवन को कई उद्देश्यों में बुनते चले जाते हैं। अगर इस राशि के दो लोग साथ हो जाएं तो जिंदगी वाकई सुहानी बन सकती है।
ज्योतिष शास्त्र की बारह राशियां, जो कि व्यक्ति के स्वभाव और उनके गुण-अवगुणों की व्याख्या करती हैं, इन राशियों पर किए गए विभिन्न अध्ययनों के अनुसार कुछ राशियां ऐसी होती हैं जिनकी जोड़ी परफेक्ट कहलाती है। लेकिन वहीं दूसरी ओर कुछ राशियों को ज्योतिष शास्त्र कभी भी एक होने की सलाह नहीं देता।
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