Monday, April 17, 2017

वक्री शनि का प्रभाव

 शनि देव कर्म फलदाता हैं, वे जातक के कर्मानुसार उसे फल प्रदान करते हैं। इसलिए इनकी चाल या दशा बदलना अच्छे कर्म करने वालों को भले ही उतना परेशान ना करे किंतु बुरे कर्म करने वालों के लिए यह किसी भयंकर सजा से कम नहीं होता। शनि ग्रह द्वारा राशि बदलना या किसी विशेष राशि में अपनी चाल बदलना प्रत्येक राशियों पर गहरा प्रभाव लाता है। लोग शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या के जाल से तो डरते ही हैं, लेकिन शनि देव की चाल का बदलना भी उन्हें सचेत कर देता है। 6 अप्रैल, 2017 के दिन न्याय के देवता शनि देव धनु राशि में वक्री हुए हैं। ज्योतिष परिणामों के अनुसार शनि देव की यह स्थिति आने वाली तारीख 25 अगस्त, 2017 तक यूं ही बनी रहेगी। वक्री शनि का 12 राशियों पर प्रभाव :

1. मेष राशि

शनि देव का वक्री होना आपकी राशि के नवम भाव पर प्रभावी बनेगा। इसके परिणाम स्वरूप आपको कुछ कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है और इसका सीधा असर आपके कॅरियर पर होगा। जून तक आपकी कॅरियर की गाड़ी धीमी गति से चलेगी। इस दौरान अपने गुस्से पर काबू रखना ठीक रहेगा।

2. वृषभ राशि

शनि देव वक्री होकर आपकी राशि के आठवें भाव पर अपना असर दिखाएंगे। यह भाव पिता और भाग्य संबंधी है, जिसके फलस्वरूप पिता के स्वास्थ्य को लेकर सावधान रहना होगा, कभी भी सेहत में गिरावट आ सकती है। इसके अलावा शादीशुदा हैं तो जीवनसाथी के साथ बहस करने से बचें। छोटी-छोटी लड़ाइयां बड़ा रुख ले सकती हैं।

3. मिथुन राशि

शनि देव वक्री होकर आपकी राशि के सप्तम भाव पर प्रभावी बनेंगे, फलस्वरूप शादीशुदा जीवन संकट के घेरे में आ सकता है। जून के प्रारंभ में शनि आपकी चंद्र राशि से छठे भाव में वापस जाएगा। तब आपको क़ानून से जुड़े मसलों में आशावादी परिणाम मिल सकता है।

4. कर्क राशि

आपकी राशि में शनि चंद्र राशि से छठे भाव में वक्री होगा, जिससे आपको परिवार को लेकर कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। पार्टनर के साथ आपका वाद-विवाद बढ़ सकता है। लेकिन यदि आप छात्र हैं तो पढ़ाई से आपका ध्यान भंग हो सकता है। अगर आप शनि संबंधी ज्योतिष उपाय करेंगे, तो हालात कुछ बेहतर हो सकते हैं।

5. सिंह राशि

शनि आपकी राशि के पंचम भाव में वक्री होंगे, परिणाम स्वरूप आपके अच्छे दिन आरंभ हो गए हैं। शनि का वक्री होना आपके लिए अगस्त महीने तक खुशियां लाएगा। कॅरियर से लेकर परिवार तक के लिए यह अच्छा समय है। केवल धैर्य बनाते हुए हर फैसला लें।

6. कन्या राशि 

शनि आपकी राशि के चौथे भाव में वक्री होंगे, जिसके चलते आपके अंदर स्वाभाविक आक्रामकता का इजाफा होगा, इसलिए ख़ुद को शांत बनाए रखने का हर संभव प्रयास करते रहें। इस काल के दौरान बिना किसी उपाय को करे आपके कार्य सफल होना मुश्किल है, इसलिए ज्योतिष सलाह लेना ही सही रहेगा।

7. तुला राशि 

आपकी चंद्र राशि से शनि आपके तीसरे भाव में वक्री होगा। ऐसे में आपकी दृढ़शक्ति बढ़ेगी और आप जीवन में कोई बड़ी उपलब्धि प्राप्त कर सकते हैं। जून में शनि ग्रह आपकी चंद्र राशि से दूसरे भाव में वापस जाएगा, जिससे पारिवारिक क्लेश संभव है। परंतु प्रॉपर्टी में आपको लाभ मिल सकता है।

8. वृश्चिक राशि 

शनि आपकी चंद्र राशि से दूसरे भाव में वक्री होंगे, जो कि कुंडली में परिवार का भाव है। ऐसे में पारिवारिक झगड़ों का बढ़ना, शादीशुदा जातकों के लिए वैवाहिक कलह का बढ़ना संभव है। इतना ही नहीं, जून में शनि आपकी चंद्र राशि में जाएगा। जिससे आपका मानसिक तनाव बढ़ सकता है। साथ ही स्वास्थ्य में भी गिरावट देखी जा सकती है।

9. धनु राशि 

शनि का आपकी राशि की चंद्र राशि में वक्री होना आपकी मुसीबतें पहले से अधिक बढ़ा देगा। यह अवधि आपके लिए आसान नहीं बल्कि मुश्किल से भरी हो सकती है। इसमें आपको मानसिक तनाव रह सकता है। स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हो सकती है। बेहतर होगा कि आप ज्योतिष उपायों का सहारा लें। 

10. मकर राशि 

शनि आपकी चंद्र राशि से बारहवें भाव में वक्री होगा, जो कि आपके लिए अशुभ से अधिक शुभ फल ही लाएगा। आपके विदेश यात्रा में जाने के योग हैं। किंतु दूसरी ओर स्वास्थ्य का ख़्याल रखें, क्योंकि इस दौरान आपकी सेहत में गिरावट देखी जा सकती है। इस अवधि के दौरान कॅरियर संबंधी खुशखबरी मिल सकती है। 

11. कुम्भ राशि 

सभी राशियों के मुकाबले कुम्भ राशि वालों के लिए शनि का चाल बदलना अच्छा साबित होगा। शनि आपकी चंद्र राशि से ग्यारवें भाव में वक्री होंगे। इस साल आपके सपने सच साबित हो सकते हैं। इस अवधि के समाप्त होने तक आपको कॅरियर संबंधी कोई अच्छी खबर सुनने को मिल सकती है। 

12. मीन राशि 

शनि आपकी राशि से दसवें भाव में वक्री होंगे जिस कारण आपका यह साल बेहद खर्चीला रह सकता है। इसके अलावा माता की सेहत का ध्यान रखें, अचानक गिरावट देखी जा सकती है। जून के बाद हालात सुधर सकते हैं, तब तक धैर्य बनाए रखें। 

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